--आईआईटी मेट्रो स्टेशन के लिए रखे गए पिलर पर टी गर्डर--यूपीएमआरसी के मुताबिक देश में पहली बार कानपुर मेट्रो में यूज

  • KANPUR: कोरोना के दौर में भी कानपुर मेट्रो के सिविल वर्क का काम तेज रफ्तार से चल रहा है। आईआईटी मेट्रो स्टेशन में स्लैब डालने की तैयारी की जा रही है।
  • इसी कड़ी में फ्राईडे की रात प्री-कॉस्टेड डबल गर्डर्स को पिलर्स पर रखा गया। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन के ऑफिसर्स की मानें तो अभी तक देश में किसी भी मेट्रो प्रोजेक्ट में स्टेशन के कॉनकोर्स का बेस तैयार करने में डबल टी-गर्डर का यूज नहीं किया गया है। इससे टाइम की बचत के साथ फिनिशिंग भी अच्छी आएगी।
  • बता दें कि पिछले वर्ष चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो के सिविल व‌र्क्स का शुभारम्भ किया था। इस दौरान उन्होंने दो साल में काम पूरा होने का दावा किया था। इसके साथ ही यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन तेजी से काम में जुट गया थे। मेट्रो प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए नई-नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब तक मेट्रो प्रोजेक्ट में पिलर पर आई गर्डर और उसके ऊपर यू गर्डर का यूज किया जाता था। जिस पर ट्रैक बिछाया जाता था।

स्टील शीट की जरूरत नहीं

  • प्रोजेक्ट जल्दी पूरा करने के लिए अब यूपीएमआरसी मेट्रो स्टेशंस पर टी गर्डर का यूज कर रहा है। जिसका इस्तेमाल पहली बार प्लेटफॉर्म के अलावा स्टेशन के दूसरे फ्लोर का बेस बनाने के लिए होगा। इससे पहले पहली मंजिल के फ्लोर पर बीम के बाद स्टील की शीट डालकर उसके ऊपर कंक्रीट का फर्श बनाया जाता था। टी गर्डर लगाने के बाद स्टील की शीट की जरूरत नहीं पड़ेगी। अधिकारियों के मुताबिक इससे ज्यादा अच्छी फिनि¨शग आएगी.कानपुर में सभी एलीवेटेड स्टेशन में इसका इस्तेमाल होगा।
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